Chitrakoot News: चित्रकूट को मिला नया जीवन, डर के साए से बाहर लाए योगी, बन रहा नया तीर्थ केंद्र

कभी दस्यु आतंक के लिए कुख्यात रहा चित्रकूट अब योगी सरकार की विकास योजनाओं से रोशन हो चुका है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दृढ़ इच्छाशक्ति और धार्मिक स्थलों के पुनर्जागरण के मिशन के चलते चित्रकूट अब अयोध्या और काशी की तर्ज पर एक उभरता हुआ तीर्थ स्थल बन गया है। 
रामायण कालीन स्मृतियों को संजोए चित्रकूट को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक पहचान दिलाने की दिशा में कई बड़े कदम उठाए गए हैं।

चित्रकूट के समग्र विकास के लिए चित्रकूट धाम तीर्थ विकास परिषद का गठन हो चुका है। यहां की पहाड़ियों पर बुंदेलखंड का पहला एयरपोर्ट शुरू हो गया है, जिससे देश के अन्य हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बेहतर कनेक्टिविटी मिल रही है। बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे, चित्रकूट लिंक एक्सप्रेसवे, राम वनगमन मार्ग और सतना ग्रीनफील्ड हाईवे जैसे प्रोजेक्ट इस इलाके को तेजी से जोड़ रहे हैं। प्रयागराज महाकुंभ के उलट प्रवाह के चलते भी यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिससे पर्यटन को नया आयाम मिला।

एक समय था जब चित्रकूट का नाम आते ही ददुआ, ठोकिया, बबली कोल जैसे दस्यु सरगनाओं की छाया डर पैदा कर देती थी। लेकिन अब यह वही चित्रकूट है जो विकास, श्रद्धा और शांति का प्रतीक बन चुका है। भगवान राम ने वनवास के अधिकांश वर्ष यहीं बिताए थे और इसे अयोध्या से भी प्रिय बताया था। भरत से उनका मिलन और ऋषि-मुनियों से संवाद की भूमि चित्रकूट आज फिर उसी आध्यात्मिक ऊर्जा से भर रहा है।

योगी सरकार ने 8 अप्रैल को हुई कैबिनेट बैठक में चित्रकूट की पर्यटक सुविधाओं के विकास के लिए 50 करोड़ रुपये की बड़ी धनराशि मंजूर की है। राम वनगमन मार्ग पर आधुनिक पर्यटक सुविधा केंद्र बनाया जाएगा, जिसमें करीब 12 करोड़ रुपये की लागत आएगी। देवांगना क्षेत्र में एयरपोर्ट के पास 17.56 करोड़ की लागत से एक और सुविधा केंद्र विकसित होगा। वहीं कामदगिरि परिक्रमा मार्ग के सौंदर्यीकरण में 20.45 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इन परियोजनाओं के लिए पहली किश्त के रूप में 50, 70 और 75 लाख रुपये जारी भी किए जा चुके हैं।

इनके अलावा मंदाकिनी नदी के घाटों – विशेष रूप से रामघाट, तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर और महर्षि वाल्मीकि का आश्रम लालापुर – का भी कायाकल्प किया जा रहा है। ये सभी स्थान धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं और अब पर्यटन के केंद्र बनते जा रहे हैं।

चित्रकूट अब न केवल अपने धार्मिक महत्व के लिए बल्कि प्रशासनिक सख्ती, बेहतर कानून व्यवस्था और बुनियादी ढांचे के कारण भी चर्चा में है। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह पावन धरा एक बार फिर 'जंगल में मंगल' की अनुभूति करा रही है।
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